तुम्हारा है, तुम्ही रख लो उजाला और सूरज भी, हमारा यार जुगनू है हमें रस्ता दिखाएगा। तुम्हारा है, तुम्ही रख लो उजाला और सूरज भी, हमारा यार जुगनू है हमें रस्ता दिखाएग...
नई सदी की यह कविता नई सदी की यह कविता
भगत सिंह हमे मांफ करेंगे भगत सिंह हमे मांफ करेंगे
तू तोड़ क्यों न पा रहा है उनके प्रेमजाल को तू जाग जा देश को है अब जगाने की जरूरते धरा भी मन म... तू तोड़ क्यों न पा रहा है उनके प्रेमजाल को तू जाग जा देश को है अब जगाने की जर...
बाद तेरे मंडपों में बस चरण का रज रहा सिंह चढ़ के आई...। बाद तेरे मंडपों में बस चरण का रज रहा सिंह चढ़ के आई...।
जो बना दे रंक को भी राजा, धर्म वो सम्मान है। जो बना दे रंक को भी राजा, धर्म वो सम्मान है।